SA vs PAK: दोहरा शतक जड़ सकते थे फखर जमां, लेकिन डिकॉक की ‘चीटिंग’ ने कर दिया काम खराब- देखें VIDEO
Vidya Gyan Desk: रविवार को साउथ अफ्रीका (SA vs PAK) के खेले गए दूसरे वनडे मैच में पाकिस्तन के ओपनिंग बल्लेबाज फखर जमां (Fakhar Zaman) अपने दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे कि यहां अफ्रीकी टीम के विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक (Quinton de Kock) ने एक मौके पर ‘चीटिंग’ कर दी और जमां को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। जमां 155 गेंदों में 193 रन बना चुके थे।
पाकिस्तान की पारी (SA vs PAK) की आखिरी ओवर जारी था और उसे 342 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा पाकिस्तान जीत से 31 रन दूर था। लक्ष्य भले मुश्किल था लेकिन फखर जमां (Fakhar Zaman) अपनी पारी को बेहतरीन अंदाज में आगे बढ़ा रहे थे। वह 192 रन बनाकर क्रीज पर थे और अपने करियर के दूसरे दोहरे शतक से मात्र 8 रन दूर थे। आखिरी ओवर लुंगी एंगिडी फेंक रहे थे उनकी पहली ही गेंद को जमां ने लॉन्ग ऑफ की ओर खेल दिया और 2 रन के लिए तेजी से दौड़ पड़े।
Deception QDK Level.
But is it within the laws of spirit of the game @ICC ? #fakharzaman
— Anand Datla (@SportaSmile) April 4, 2021
यहां एडिन मार्करम फील्डिंग पर तैनाथ थे, जिन्होंने गेंद को फील्ड कर बल्लेबाजी छोर की ओर फेंक दिया। इस दौरान जमां अपना रन पूरा करते हुई क्रीज की ओर आ ही रहे थे कि डिकॉक ने उनका ध्यान भटका दिया। डिकॉक ने बॉलिंग वाले छोर पर इशारा किया कि गेंदबाज वहां गेंद को पकड़कर स्टंप्स पर मारे। इससे फखर जमां ने अपनी रफ्तार कुछ धीमी कर ली और वह पीछे मुड़कर देखने लगे। जब तक उन्हें यह सारा माजरा समझ आता तब तक गेंद उनके छोर पर आकर सीधे विकेट पर जा लगी।
जमां रन आउट हो चुके थे और डिकॉक (Quinton de Kock) उन पर हंस रहे थे। लेकिन अगर अंपायर ने यहां आईसीसी के नियम को ध्यान में रखा होता और जमां आउट नहीं होते और अफ्रीकी टीम पर को 5 रन की पेनल्टी भी भुगतनी पड़ती। दरअसल डिकॉक ने जो किया वह फेक फील्डिंग के अंतर्गत आता है।
नियम 41.5 के मुताबिक, ‘फेक फील्डिंग’ नियम कहता है कि अगर ‘कोई भी फील्डर जानबूझकर, अपने शब्दों या एक्शन से बल्लेबाज के गेंद खेलने के बाद उनका ध्यान भटकाता है या बहकाता है और कोई बाधा पैदा करता है तो यह गलत है।’ नियम 41.5.2 के मुताबिक, ‘यह दोनों में से किसी भई अंपायर का दायित्व है कि वह तय करें कि बहकाना, ध्यान भटकाना अथवा बाधा उत्पन्न करना जानबूझकर किया गया है अथवा नहीं।’
अगर अंपायर ने यहां ध्यान दिया होता तो जमां नाबाद भी रहते और पाकिस्तान को इस गेंद पर कुल 7 रन भी मिलते। क्योंकि फखर जमां के तब 2 रन पूरे गिने जाते और 5 रन पाकिस्तान को पेनल्टी के रूप में मिलते। लेकिन अंपायर ने इस पर ध्यान नहीं दिया और न ही फखर जमां ने अंपायर का ध्यान इस ओर खींचा।