महंगाई से परेशान पाकिस्तानियों ने इमरान खान की बेइज्जती का गाना बना डाला, सोशल मीडिया पर वायरल
Vidya Gyan Desk: Inflation In Pakistan: पाकिस्तान में महंगाई (Price Arise in Pakistan) से हाहाकार मचा हुआ है। आटा-दाल और सब्जियां ही नहीं अंडे और मीट के दाम भी आसमान छू रहे हैं। पेट्रोल की कीमतों में लगी आग की तपिश पाकिस्तानी जनता अपने माथे पर महसूस कर रही है।
हालात यहां तक हो गए हैं कि इमरान खान (Imran Khan) को कई प्रांत की मंडी समितियों को भंग करना पड़ा है। इतनी परेशानियों (Price Arise in Pakistan) को झेलने वाली पाकिस्तानी अवाम अब अपनी क्रिएटिविटी (Imran Khan Viral Song Aap Ne Ghabrana Nahin) के जरिए इमरान खान का जमकर मजाक उड़ा रही है।
पाकिस्तान की सोशल मीडिया में एक गाना (Imran Khan Viral Song Aap Ne Ghabrana Nahin) बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें इमरान खान का प्रसिद्ध डॉयलाग ‘घबराना नहीं है’ का बार-बार इस्तेमाल किया गया है। जिसमें गायक आटा, साबुन और चीनी की कीमतों को लेकर जमकर तंज कसा है। बच्चों की फीस से लेकर दवाई और इलाज को लेकर भी पाकिस्तान सरकार की जमकर खिंचाई की गई है।
कराची-लाहौर में भी मुर्गे की कीमत में लगी आग
पाकिस्तान की ARY News की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में जिंदा मुर्गे की कीमत 370 रुपये प्रति किलोग्राम और मीट की कीमत 500 रुपये तक पहुंच गई है। बड़ी संख्या में स्थानीय खरीदारों ने चिकन मीट की कीमतों में वृद्धि को लेकर गुस्सा जाहिर किया है। जबकि, लाहौर में चिकन मीट की कीमत 365 रुपये प्रति किलोग्राम बताई जा रही है।
Sabun mehnga hojaey to aap ne lagana nahin
Bass aap ne ghabrana nahin.. pic.twitter.com/aVCrDc8WU8— Naila Inayat (@nailainayat) March 9, 2021
इसलिए बढ़ा मुर्गे का दाम
कराची के एक विक्रेता ने बताया कि मुर्गे के मीट का दाम बढ़ने के पीछे चारा और कच्चे माल की कीमतों में बेहताशा बढोत्तरी है। इससे पोल्ट्री के उत्पादों की लागत भी बढ़ी है। हमें अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए मीट का दाम बढ़ाना पड़ रहा है। विक्रेता संघों ने बताया कि आने वाले दिनों में मीट की कीमत कम होगी। कई पोल्ट्री उत्पादक संगठन बाहर से माल मंगाने पर विचार कर रहे हैं।
मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में इमरान खान फेल
पिछले महीने प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) की बाजार समितियों को भंग कर दिया था। इमरान ने इस्लामाबाद में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण के संबंध में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्णय लिया था। दरअसल इन दोनों राज्यों से मिस गवर्नेंस और भ्रष्टाचार की खूब शिकायतें मिली थीं।
रसोई गैस की कमी से बुझ सकते हैं पाकिस्तानी चूल्हे
पाकिस्तान जनवरी महीने में भीषण गैस संकट से जूझने जा रहा है। पाकिस्तान में गैस की सप्लाइ करने वाली कंपनी सुई नॉर्दन 500 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फुट प्रतिदिन गैस की कमी से जूझेगी। गैस की इस भारी किल्लत की वजह से कंपनी के पास पॉवर सेक्टर को गैस की आपूर्ति रोकने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने समय से गैस नहीं खरीदा जिसका खामियाजा अब देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।